NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: NHPC की हरित ऊर्जा में बड़ी छलांग: पम्प्ड स्टोरेज और नवीकरणीय ऊर्जा में ₹80,000 करोड़ का निवेश
NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: भारत की प्रमुख जलविद्युत कंपनी एनएचपीसी लिमिटेड ने देश की ऊर्जा सुरक्षा और सतत विकास को सुदृढ़ करने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना की घोषणा की है। कंपनी 20 गीगावाट (GW) की पम्प्ड स्टोरेज क्षमता स्थापित करने के लिए लगभग ₹80,000 करोड़ का निवेश करेगी, जिससे भारत की नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता में महत्वपूर्ण वृद्धि होगी।
पम्प्ड स्टोरेज परियोजनाओं का विस्तार
NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: एनएचपीसी वर्तमान में विभिन्न चरणों में 20 पम्प्ड स्टोरेज परियोजनाओं पर काम कर रही है, जिनमें से 12 परियोजनाओं की पूर्व-व्यावहारिक रिपोर्ट (PFR) पूरी हो चुकी है, और 6 परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार की जा चुकी है। ये परियोजनाएं आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और त्रिपुरा सहित विभिन्न राज्यों में स्थित हैं, जहां राज्य सरकारों के साथ संयुक्त उद्यमों के माध्यम से इन्हें लागू किया जा रहा है।
नवीकरणीय ऊर्जा शाखा की लिस्टिंग की योजना
NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: एनएचपीसी अपनी नवीकरणीय ऊर्जा शाखा, एनएचपीसी रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (NREL), को वित्त वर्ष 2027 तक सूचीबद्ध करने की योजना बना रही है। यह शाखा पम्प्ड स्टोरेज, ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन, सौर और पवन ऊर्जा परियोजनाओं सहित कई पहलों पर कार्यरत है। कंपनी लद्दाख, कारगिल और हिमाचल प्रदेश के चंबा में ग्रीन हाइड्रोजन उत्पादन के लिए पायलट परियोजनाएं भी शुरू कर चुकी है।
दीर्घकालिक लक्ष्य और रणनीतिक परियोजनाएं
NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: एनएचपीसी का लक्ष्य वित्त वर्ष 2034 तक अपनी जलविद्युत क्षमता को वर्तमान 7.3 GW से बढ़ाकर 22 GW करना है। इसके अलावा, कंपनी 11 GW की रणनीतिक सियांग जलविद्युत परियोजना पर भी काम कर रही है, जो बाढ़ नियंत्रण और जल भंडारण के साथ-साथ महत्वपूर्ण ऊर्जा उत्पादन में सहायक होगी। यह परियोजना राष्ट्रीय सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
निविदा आमंत्रण और टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली प्रक्रिया
NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: एनएचपीसी ने पूरे भारत में 1,200 मेगावाट आईएसटीएस-कनेक्टेड पवन-सौर हाइब्रिड बिजली परियोजनाओं के लिए प्रतिस्पर्धी बोलियाँ आमंत्रित की हैं। इस पहल में अतिरिक्त 1,200 मेगावाट क्षमता के लिए "ग्रीनशू विकल्प" के तहत एक वैकल्पिक विस्तार भी शामिल है। यह प्रक्रिया टैरिफ-आधारित प्रतिस्पर्धी बोली के माध्यम से होगी, जिसके बाद ई-रिवर्स नीलामी की जाएगी। चयनित डेवलपर्स एनएचपीसी के साथ 25 साल का बिजली खरीद समझौता (PPA) करेंगे।
हरित ऊर्जा की ओर अग्रसर एनएचपीसी
NHPC's Major Leap in Green Energy: ₹80,000 Crore Investment in Pumped Storage and Renewable Energy: एनएचपीसी की ये पहलकदमी भारत के नवीकरणीय ऊर्जा लक्ष्यों और 2030 तक 500 GW गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित बिजली उत्पादन क्षमता हासिल करने के सरकार के लक्ष्य का समर्थन करती हैं। कंपनी की ये योजनाएं न केवल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को मजबूत करेंगी, बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देंगी।
एनएचपीसी की इस रणनीतिक योजना से स्पष्ट है कि कंपनी हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे भारत की ऊर्जा आवश्यकताओं को पर्यावरण के अनुकूल तरीके से पूरा किया जा सके।